इस आत्मकथ्य से हमें यह जानकारी मिलती है कि कैसे लेखिका का परिचय साहित्य की अच्छी पुस्तकों से हुआ। आप इस जानकारी का लाभ उठाते हुए अच्छी साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने का सिलसिला शुरू कर सकते हैं। कौन जानता है कि आप में से ही कोई अच्छा पाठक बनने के साथ-साथ अच्छा रचनाकार भी बन जाए।
लेखक बनने के लिए अच्छा पाठक होना बहुत आवश्यक होता है। किसी भी व्यक्ति के लेखक बनने की प्रक्रिया में सबसे पहले वह एक अच्छा पाठक बनता है, साहित्य पढ़ता है और अपनी पसंद के अनुसार और साहित्य पढ़ता है। साहित्य की भाषा, लेखन आदि के बारे में भी पाठक बनकर ही समझ सकता है, साहित्य के विशिष्ट क्षेत्र में अपनी रूचि विकसित कर सकते है। उसके पश्चात जब वह साहित्य के बारे में सारी जानकारियाँ एकत्रित कर लेता है तब वह एक अच्छा लेखक या रचनाकार बन सकता है।